अरसा हुआ तुझे नज़रें चुराये,
बहरहाल, चाय के प्याले में तेरा ही अक्स है.
पर
मयस्सर नहीं अब हमसे आंखें चार करना,
ना तेरे इंतज़ार में आज ये शख्स है.
Its been a while since then. You do invade my dreams, but not my soul. Anymore.
अरसा हुआ तुझे नज़रें चुराये,
बहरहाल, चाय के प्याले में तेरा ही अक्स है.
पर
मयस्सर नहीं अब हमसे आंखें चार करना,
ना तेरे इंतज़ार में आज ये शख्स है.
Its been a while since then. You do invade my dreams, but not my soul. Anymore.