ना करूंगा तेरे आने का ज़िक्र, कि तेरी तरफ़ से पहल हो।
शहर दूर इतना भी नहीं तेरा, कि राह में दश्त या जबल हो।
आजा तू रू-ब-रू, होने दे पलकें भारी,
पर पलकें झपकने ना पायें, कि दीदार बे-ख़लल हो।।
Glossary:
दश्त = जंगल, forest
जबल = पहाड़, mountain
रू-ब-रू = आमने-सामने, face to face
बे-ख़लल = बाधा रहित, without any interruption
This is for the times when you are having a tough time in your own head for the distance is testing your patience.
It’s for the craving to affection and annoyance to adorable catching up.
Have faith. It shall be okay.